बिगड़ी खान-पान की दिनचर्या बढ़ा रही ‘खामोश महामारी
मेरी फील्ड की जॉब है। अधिकतर मुझे ज्यादातर बाहर ही भोजन करना पड़ता है। इससे मेरी खानपान की आदतें असंतुलित हुई, धीरे-धीरे शारीरिक कमजोरी, पेट में भारीपन और हल्के दर्द जैसी समस्याओं से जूझ रहा था। तब मैंने डॉक्टर से सलाह ली और जांच कराई तो लीवर की समस्या सामने आई। हालांकि मैंने किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन नहीं किया। यह कहना है फरीदाबाद, सेक्टर-77 निवासी 40 वर्षीय कुनाल का। ऐसी बिगड़ी दिनचर्या और बाहर के खाने से कई तरह की लीवर समस्याएं सामने आ रहीं है। इसी तरह के दर्द से NIT के रहने 55 साल के जयप्रकाश भी रहे है। वह भी फील्ड जॉब में है।
फास्ट फूड, तनाव, अल्कोहल का सेवन हैं कारण
अक्सर माना जाता है अधिक अल्कोहल पीने वाले लोगों को लीवर की बीमारी होती है, लेकिन आज के समय में लोगों का खान-पान बदलने से भी लीवर की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। जिले में भी लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बीके अस्पताल में 2023-24 साल के मुकाबले साल 2024-25 में मरीजों की संख्या बढ़ी है। अस्पताल में 2023 तक तीन हजार 132 मरीज लीवर से संबंधित बीमारी वाले पहुंचे थे। 2024 से अब तक चार हजार 192 लीवर से संबंधित बीमारी वाले मरीज आए।
बीमारी के यह हो सकते हैं मुख्य कारण एशियन अस्पताल के गैस्ट्रो विभाग, निदेशक डॉ. अमित मिगलानी, निदेशक ने बताया कि फास्ट फूड, अल्कोहल का सेवन, मोटापा और तनाव सहित जीवन शैली ‘खामोश महामारी’ बढ़ा रही है।
ये लक्षण दिखें तो ज़रूर कराएं जांच
सर्वोदय अस्पताल गैस्ट्रो एंटरोलॉजी, हेड एंडोस्कोपी डॉ. कपिल शर्मा ने बताया कि लिवर की बीमारियां अक्सर धीरे-धीरे बढ़ती हैं। और शुरुआती दौर में इनके लक्षण बेहद हल्के या असामान्य हो सकते हैं। थकान, कमजोरी, भूख में कमी, उल्टी, और पेट के दाहिने हिस्से में भारीपन या दर्द आम संकेत हैं। ऐसे में समय रहते लिवर फंक्शन टेस्ट, अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच करवा लेना बीमारियों को शुरुआती चरण में पकड़ने में मदद करता है। पहले फैटी लिवर को एक सामान्य समस्या माना जाता था, लेकिन आज नॉन- अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) और नॉन अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH) जैसी स्थितियां तेजी से बढ़ रही हैं। जो आगे चलकर सिरोसिस या लिवर कैंसर में भी बदल सकते हैं
सेहतमंद रहने के
संतुलित और
पौष्टिक आहार जिसमें हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और प्रोटीन शामिल हों।
■ जंक फूड और डीप फ्राइड चीजों से बचें
■ रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
■ शराब और धूम्रपान से दूरी रखें
■ वजन नियंत्रित रखें